रुद्रपुर। ग्रीष्मकालीन धान पर रोक लगाने को लेकर प्रशासन द्वारा नवंबर में धान की नर्सरी पर लगाया गया प्रतिबंध खरीफ धान की खेती पर प्रभावी नही होगा। कृषि विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि इस माह से किसान भाई नर्सरी लगाने और जून में धान की रोपाई का कार्य कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि जनपद उधमसिंह नगर में लगभग 1 लाख 8 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल पर खरीफ धान की खेती होती है। राज्य सरकार ने गिरते भूमि जल स्तर को देखते हुए ग्रीष्मकालीन धान की खेती पर किसानों की सहमति से नवंबर 2024 में रोक लगाने का निर्णय लिया। जिसके तहत जनपद में ग्रीष्मकालीन धान को प्रतिबंधित किया गया। हालांकि बाद में किसानों की मांग पर सरकार ने इस वर्ष के लिए कुछ रियायत दी और माननीय न्यायालय ने भी हस्तक्षेप कर किसानों को कुछ राहत दी। कृषि विभाग ने प्रचार प्रसार के माध्यम से जनपद के किसानों को खरीफ की धान फसल के लिए मई में नर्सरी डालने और जून से रोपाई करने का बयान जारी किया है। मुख्य कृषि अधिकारी डर अभय सक्सेना ने बताया कि ग्रीष्मकालीन धान की खेती पर प्रतिबंध को लेकर नवंबर माह में लगाया गया प्रतिबंध खरीफ धान की फसल पर लागू नही होगा। उन्होंने कहा की किसान भाई इस माह से धान की नर्सरी डाल सकते हैं और अगले माह से रोपाई शुरू कर सकते हैं। उन्होंनेह कहा की किसान भाइयों की सुविधाओं को देखते हुए कृषि विभाग ने न्याय पंचायत स्तर पर अपने स्टोर के माध्यम से धान का बीज उपलब्ध करा दिया है। जिसपर रुपये 2000/कुंतल का अनुदान है। इसी प्रकार दवाओं, सूक्ष्म तत्वों पर 50 फीसदी का अनुदान उपलब्ध है। प्रधानमंत्री फसल बीमा की सुविधा भी जनपद में उपलब्ध है। किसान भाई संबंधित बैंक के माध्यम से फसल बीमा करा सकते है।