पौड़ी से प्रदेश स्तर तक पहुंचाया सेवा का संदेश – Update Times

जन समस्याओं के त्वरित समाधान और गांव-गांव रात्रि चौपाल से प्रशासन को बनाया जनोन्मुखी

पौड़ी । लोक सेवा दिवस के अवसर पर जहां पूरे देश में प्रशासकीय उत्कृष्टता की चर्चा होती है, वहीं उत्तराखंड के पौड़ी जनपद के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान अपने नवाचारों और जनता से सीधे संवाद की कार्यशैली से एक अलग पहचान बना चुके हैं। उन्होंने प्रशासन को आमजन की समस्याओं से सीधे जोड़ते हुए उसे और अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाया है।

 जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन शिकायतों की सुनवाई के लिए शिकायकर्ताओं से सीधे फोन पर संपर्क करना शुरू किया है। वह न केवल समस्या की गंभीरता समझते हैं, बल्कि संबंधित अधिकारी को त्वरित कार्रवाई के निर्देश देकर समाधान सुनिश्चित करते हैं। उनकी सक्रियता और संवेदनशीलता के चलते जनपद ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत निस्तारण में भी प्रदेश में उच्च स्थान प्राप्त किया है। शासन द्वारा भी उनके कार्यों की सराहना की गयी।

उनकी इस पहल ने प्रशासन में आम जनता का भरोसा और भी मजबूत किया है। जिलाधिकारी की अगुवाई में पौड़ी जनपद रात्रि चौपालों के आयोजन में बेहतरी से काम कर रहा है। 64 अधिकारी 312 गाँवों में चौपाल लगा चुके हैं। जिसमें वे स्वयं आला अधिकारियों के साथ दूरस्थ गांवों तक पहुंचे। वहां रात्रि प्रवास कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और अधिकतर मामलों का स्थल पर ही निस्तारण किया गया। जिलाधिकारी कहते हैं कि समस्याओं का समाधान दफ्तरों में बैठकर नहीं, बल्कि जनता के बीच जाकर निकाला जाना चाहिए। इसी सोच के तहत उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे भी क्षेत्र में जाकर आमजन से सीधा संवाद करें और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करें।

पौड़ी बन रहा है मॉडल जनपद

शिक्षा, स्वास्थ्य, सुशासन और डिजिटल गवर्नेंस की बात हो, तो माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन और जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान के नेतृत्व में पौड़ी जनपद लगातार सकारात्मक बदलावों की ओर अग्रसर है। गांव-गांव तक सरकारी योजनाओं की पहुँच, युवाओं के लिए रोजगारपरक प्रशिक्षण और जनसुनवाई की मजबूत व्यवस्था जैसे कई कार्यों ने जिले को राज्य का मॉडल जनपद बना दिया है। डॉ. चौहान की कार्यशैली की सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने हर कार्य में गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। उनका मानना है कि कार्य केवल पूर्ण नहीं बल्कि प्रभावी और गुणवत्तायुक्त होना चाहिए।

त्वरित समाधान दल की शुरुआत से जन समस्याओं का हो रहा त्वरित समाधान, मुख्यमंत्री ने की सराहना

जनपद पौड़ी से मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई ‘त्वरित समाधान दल’ पहल का सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। इस अभियान के अंतर्गत आमजन की शिकायतों का तत्काल संज्ञान लेते हुए त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है। त्वरित समाधान दल गठित होने से वर्तमान तक (02 माह) 319 शिकायतें दर्ज हुई, जिसमें 290 का तत्काल निस्तारण हुआ है, जबकि 29 पर कार्यवाही गतिमान है।
त्वरित समाधान दल प्रोजेक्ट के संचालन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान पर भरोसा जताया और पौड़ी जिले को इसके पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चुना गया।

 

इस पहल को सशक्त करते हुए जिलाधिकारी ने जनपद में एक कंट्रोल रूम की स्थापना की है, जहां फोन के माध्यम से लोगों की समस्याएं सुनी जा रही हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्राप्त शिकायतों का यथाशीघ्र समाधान किया जाए। पहल के प्रारंभिक परिणाम उत्साहवर्धक रहे हैं। कई लोगों की समस्याएं तुरंत सुलझाई गईं, जिससे आमजन में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से स्वयं भी लोगों की शिकायतों को सुना और जिला प्रशासन द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पौड़ी में यह मॉडल सफल साबित हो रहा है और यह प्रदेश में अन्य जनपदों के लिए भी प्रेरणादायक बन सकता है।

जिलाधिकारी डॉ. चौहान ने कहा कि प्रशासन पूरी संवेदनशीलता से आमजन की समस्याओं को सुन रहा है और समाधान की दिशा में तत्परता से कार्य कर रहा है। आने वाले समय में इस प्रणाली को और भी सशक्त किया जाएगा ताकि जनहित में निरंतर सुधार किया जा सके।

एक नजर आंकड़ों की ओर
सीएम हेल्पलाइन में विगत 02 वर्षों से वर्तमान तक जिलाधिकारी द्वारा  2,562 शिकायतकर्ताओं से सीधा संवाद किया गया और उनकी समस्याओं का निस्तारण भी किया गया। वहीं ग्रीष्मकाल में पेयजल किल्लत के लिए बने कंट्रोल रूम में 55 शिकायतों में से 50 का निस्तारण हो चुका है।