उत्तरकाशी। आगामी चार धाम यात्रा को देखते हुए, उत्तरकाशी ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं। इस क्रम में, ग्राम पंचायत खरसाली, यमुनोत्री के खुशी मठ में मां यमुना ग्राम संगठन की महिलाओं के लिए 12 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETI) के सहयोग से संचालित हो रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्रामोत्थान (रीप) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एन.आर.एल.एम.) के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को घरेलू धूप, अगरबत्ती और विशेष प्रसाद निर्माण की कला में निपुण बनाना है। प्रसाद निर्माण में स्थानीय स्तर पर उत्पादित सामग्रियों का उपयोग किया जाएगा, जिनमें प्रमुख रूप से चोलाई के लड्डू, केदार पाती, जटामांसी, गूगल, बुरांश, गेंदा फूल और गाय का गोबर शामिल हैं। तैयार उत्पादों को आगामी चार धाम यात्रा के दौरान रीप/एन.आर.एल.एम. द्वारा स्थापित विशेष बिक्री केंद्रों (आउट्लेट) के माध्यम से श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराया जाएगा। इस पहल से न केवल स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और उनकी आजीविका में सुधार आएगा, बल्कि मां यमुना जी के मंदिर में धूप, अगरबत्ती और चोलाई के लड्डू जैसे स्थानीय उत्पाद मुख्य भोग प्रसाद के रूप में अर्पित किए जा सकेंगे। समूह की महिलाओं के द्वारा गेंदे की खेती की जा रही है जिसके अतर्गत 10 नाली से सुरुवात की गई है। उत्पादित फूलो को यात्रा काल मे प्रसाद सामग्री तथा मंदिर मे चढ़ाये जाने के लिए रखे जाएंगे। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की पहल, ग्रामोत्थान परियोजना तथा यु एस आर एल एम के तहत महिलाओं के सशक्तिकरण और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।