गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुले

उत्तरकाशी। उत्तराखंड में आज से पवित्र चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया है। इस अवसर पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। गंगोत्री धाम के कपाट सुबह 10:37 बजे विधि-विधान के साथ खोले गए, जिसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं उपस्थित रहे। यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 11:55 बजे खोले गए। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने दोनों धामों में दर्शन के लिए उत्साह दिखाया। चारधाम यात्रा, जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम शामिल हैं, हर साल लाखों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है। इस वर्ष यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। यात्रा मार्ग को पहली बार 15 सुपर जोन, 41 जोन और 217 सेक्टरों में विभाजित किया गया है ताकि प्रशासनिक निगरानी और सुरक्षा बनी रहें। पुलिस ने यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए 624 सीसीटीवी कैमरों को सक्रिय किया गया है, जो 24 घंटे निगरानी करेंगे। देहरादून में स्थापित विशेष चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम से इन कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने बताया कि यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए 6,000 से अधिक पुलिसकर्मी, 17 पीएसी कंपनियां और 10 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की गई हैं। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया है। यात्रा मार्ग पर हर 10 किलोमीटर पर चीता पुलिस की गश्त होगी, और ड्रोन व हेलीकॉप्टर से भी निगरानी की जाएगी। यातायात प्रबंधन के लिए विशेष योजना बनाई गई है। प्रमुख पड़ावों पर पार्किंग स्थलों की पहले से पहचान कर व्यवस्था की गई है। पिछले साल यात्रा के दौरान जाम की समस्या को देखते हुए इस बार कटापत्थर और हरबर्टपुर में नई चेकपोस्ट बनाई गई हैं। हरबर्टपुर बस अड्डे पर स्टॉपेज सेंटर स्थापित किया गया है, जहां यात्रियों के लिए भोजन और ठहरने की सुविधा उपलब्ध होगी। यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है, और इसके लिए हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून में ऑफलाइन काउंटर स्थापित किए गए हैं। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की वेबसाइट पर आधार कार्ड के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण भी शुरू हो चुका है। पहले 15 दिनों तक रजिस्ट्रेशन सेंटर 24 घंटे खुले रहेंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “चारधाम यात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हमारा लक्ष्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम यात्रा अनुभव प्रदान करना है।” यात्रा के दौरान जरूरतमंद यात्रियों के लिए निशुल्क भोजन और ठहरने की व्यवस्था भी की गई है। केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई और बद्रीनाथ धाम के 4 मई को खुलेंगे। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पंजीकरण के बिना यात्रा न करें, ताकि अव्यवस्था से बचा जा सके।