देहरादून के गुच्चुपानी में 7100 पर्यटक पहुंचने से गढ़ीकैंट तक लगा जाम,लोग परेशान

गर्मी बढ़ते ही देहरादून के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। रविवार को गुच्चुपानी में 7100 पर्यटक पहुंचने से गढ़ीकैंट तक जाम लग गया। सहस्रधारा और लच्छीवाला में भी पर्यटकों ने खूब मस्ती की। देहरादून जू को तीन लाख का राजस्व मिला। पर्यटन से व्यापारियों को अच्छा मुनाफा हुआ। पूरी खबर पढ़ें विस्‍तार से।

गर्मी शुरू होते ही देहरादून के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है। खासतौर पर छुट्टी और सप्ताहांत में पर्यटकों की भारी भीड़ पहुंच रही है। जिससे पर्यटकों को जाम का सामना करना भी पड़ रहा है।

रविवार को गुच्चुपानी में 7,100 पर्यटक पिकनिक मनाने पहुंचे और गढ़ीकैंट से लेकर गुच्चुपानी तक वाहनों का रेला लगा रहा है। पर्यटक वाहन रेंग-रेंगकर गुच्चुपानी के अंदर पहुंचे। इस दौरान आसपास के लोगों को भी जाम में फंसना पड़ा। शाम को पर्यटकों की भीड़ कम होने के बाद जाम पूरी तरह से खुला।

ग्रीष्मकालीन पर्यटन का आगाज होने से शहर में इन दिनों भारी संख्या में पर्यटकों के आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया। रविवार को सहस्रधारा में करीब दो हजार, लच्छीवाला में 1,450 और गुच्चुपानी में 7,100 पर्यटक पहुंचे। सहस्रधारा और लच्छीवाला में पर्यटकों ने ट्यूब की मदद से जलस्रोतों में जलक्रीड़ा और अटखेलियां कर खूब मौज मस्ती की व सेल्फियां ली।

हरे-भरे जंगल और जलस्रोतों के बीच मौजूद इन पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की भीड़ ने चार चांद लगा दिए। गुच्चुपानी में पर्यटक पानी के बीच से होकर लुटेरों की गुफाओं तक पहुंचे और रोमांच का लुत्फ उठाया। लच्छीवाला में पर्यटकों ने बाेटिंग के मजे लिए और बच्चों ने झूले का आनंद लिया। पर्यटकों ने पर्यटन स्थलों के समीप मौजूद स्ट्रीट फूड का भी स्वाद चखा।

रविवार को सहस्रधारा, गुच्चुपानी और लच्छीवाला नेचर पार्क के साथ मालसी स्थित देहरादून जू (चिड़ियाघर) में भी 3,800 पर्यटक पहुंचे। इससे एक ही दिन में जू को तीन लाख रुपये का राजस्व मिला।

दून घाटी में शिवालिक पर्वतमाला के बीच मनमोहक दृश्यों के साथ स्थित जू में पर्यटकों ने गुलदार, मछली, मगरमच्छ, हिरन, मोर, खरगोश, कछुआ आदि जीव-जंतुओं की विभिन्न प्रजातियों को देखा और उनके बारे में जानकारी ली। जू में मौजूद कैक्टस और सेकुलेंट के वन भी आकर्षण का केंद्र रहे।

पर्यटन स्थलों में मौजूद ट्यूब, चेंजिंग रूम, खाने-पीने के स्टाल और होटल व्यापारियों के व्यापार में अच्छा-खासा मुनाफा हुआ। अपने घर और प्लाट में वाहनों की पार्किंग कराने वाले लोगों ने भी कमायी की। सड़क किनारे अस्थायी रूप से खाने-पीने और खिलौने बेचने वाले कारोबारियों की भी कमायी हुई।